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30 साल छोटी पत्नी

एक दंपत्ति अपनी शादी की चालीसवीं वर्षगांठ मना रहे थे। संयोग से उस दिन पत्नी का साठवां जन्मदिन भी था। उस रात उनके घर में एक परी प्रकट हुई। उसने उन दोनों से कहा कि वे दोनों इतने लम्बे समय से बड़े प्यार से रह रहे हैं जिससे वह बहुत खुश है। परी ने कहा कि वे उससे एक एक वरदान मांग सकते हैं।

पत्नी, जो कि अपने पति से बेइंतहा प्यार करती थी, ने परी से कहा कि वह अपने पति के साथ दुनिया की सारी मनोरम जगहों की सैर करना चाहती है, पर उसके पास इतने पैसे नहीं हैं।


परी ने अपनी छड़ी घुमाई और पत्नी के हाथ में हवाई जहाज के टिकटों से भरा लिफाफा आ गया।

अब मांगने की बारी पति की थी। उसने एक मिनट सोचा फिर बोला - ''ईमानदारी से कहूं, तो मैं अपने लिये अपने से 30 साल छोटी पत्नी चाहता हूं।''


परी ने अपनी छड़ी घुमाई और .......... । पति महोदय तुरंत 90 साल के हो गये।



दुनिया का सबसे प्रसिद्ध व्यक्ति

संता और बंता एक होटल में खाना खाने गये। संता ने आर्डर दिया और बैरे ने उन्हें खाना लाकर दिया। जैसे ही बैरे ने बंता को देखा वह आ6चर्य से बोला - अरे बंताजी आप । फिर वह होटल में मौजूद अन्य लोगों से बोला - अरे देखो आज हमारे होटल में बंताजी खाना खाने आये हैं। होटल का मैनेजर भी बंता को देखकर बहुत खु6ा हुआ और उसने बंता से हाथ मिलाया। -तुम तो काफी म6ाहूर हो । संता ने खाना खाते खाते बंता के कान में फुसफुसाया। - मैं दुनिया का सबसे प्रसिद्ध आदमी हूं। बंता ने बताया । - नहीं यार । अब इतने भी मत बनो । ये कुछ लोग तुम्हें जानते हैं इसका मतलब यह नहीं कि तुम दुनिया के सबसे प्रसिद्ध व्यक्ति हो। संता ने कहा । - हां ये सच है। तुम सिर्फ नाम बताओ । ऐसा कौन है जो मुझे नहीं जानता हो। बंता ने जवाब दिया। - अच्छा । मैं दस हजार की शर्त लगाता हूं कि मुख्यमंत्री तुम्हें नहीं जानता होगा । संता ने कहा । - ठीक है चलो । बंता ने कहा और अगले ही दिन वे राजधानी पहुंच गये। वहां पहुंचने पर संता ने देखा कि मुख्यमंत्री ने बंता को देखते ही पहचान लिया और गले लगाया। फिर दो दिन मुख्यमंत्री के घर मेहमाननवाजी करने के बाद वे घर लौट आये। - मैंने कहा था न कि मैं दुनिया का सबसे प्रसिद्ध आदमी हूं। अब तो मानते हो। - नहीं । हिन्दुस्तान का प्रधानमंत्री तुम्हें बिलकुल नहीं जानता होगा । अगर वह जानता हो तो मैं दुगने पैसे दूंगा। अगले ही दिन वे दिल्ली में थे। प्रधानमंत्री बड़ी बेतकल्लुफी से बंता से मिले । बोले - -कहां रहते हो बंता यार । तुम्हें देखे हुये तो जमाना बीत गया। फिर तीन दिनों तक प्रधानमंत्री के साथ गोल्फ खेलकर वे घर लौट आये। संता हैरान था पर हार मानने को तैयार नहीं था। - मैं एक एक लाख रूपये देने को तैयार हूं अगर अमिताभ बच्चन तुम्हें पहचान ले तो। - ठीक है । जैसी तुम्हारी मर्जी । अगले दिन वे मुम्बई में अमिताभ बच्चन के घर पहुंचे। बंता ने संता से बाहर लॉन में खड़े रहने को कहा और खुद अंदर चला गया। थोड़ी देर बाद संता ने देखा कि अमिताभ बच्चन और बंता बाहों में बाहें डाले बालकनी में आ रहे हैं। बंता ने संता की ओर देखा और हाथ हिलाया। इसके बाद संता बेहो6ा होकर गिर पड़ा। बंता दौड़कर नीचे आया और पानी के छींटे देकर संता को हो6ा में लाने की को6ाि6ा करने लगा। - संता, संता तुम्हें क्या हुआ ? उठो। संता ने धीरे से आंखें खोलीं और कहा - बंता तुम सचमुच दुनिया के सबसे प्रसिद्ध आदमी हो। - मैंने तुमसे कहा था न पर तुम ही नहीं मानते थे। खैर ये बताओ कि जब मैं तुम्हें मुख्यमंत्री के घर ले गया तब तुम बेहो6ा नहीं हुये, प्रधानमंत्री के घर ले गया तब तुम्हें कुछ नहीं हुआ फिर अब ऐसा क्या हुआ कि तुम गिर पड़े। संता ने धीरे से बताया - जब तुम ऊपर अमिताभ बच्चन के साथ बालकनी में खड़े थे तो एक आदमी जो मेरे बगल में खड़ा था उसने मुझसे क्या कहा जानते हो ? क्या कहा ? - बंता ने पूछा उसने कहा - संता ने बताया - वह कौन है जो बंता जी के साथ ऊपर बालकनी में खड़ा है।


याददा6त

एक वृद्ध दंपति को लगने लगा कि उनकी याददा6त कमजोर हो चली है। यह सुनि6चित करने के लिये कि उन्हें कुछ नहीं हुआ है, वे डॉक्टर के पास गये।


डॉक्टर ने बारीकी से उनका परीक्षण किया और बताया कि उन्हें कोई बीमारी नहीं है। बुढ़ापे में इस तरह के लक्षण स्वाभाविक हैं। उसने उन्हें महत्वपूर्ण कार्यों को लिखकर रखने की सलाह दी ताकि वे कोई जरूरी काम न भूलें।


वृद्ध दंपति ने डॉक्टर का धन्यवाद किया और घर चले गये। उस रात को टीवी देखते समय पति उठकर कहीं जाने लगा तो पत्नी ने पूछा - ''कहां जा रहे हो ?'' उसने जवाब दिया - ''रसोईघर में''। ''मेरे लिये एक कप चाय लाओगे ?'' - पत्नी ने कहा। ''ठीक है, ले आऊंगा।'' ''मेरे खयाल से तुम इसे नोट कर लो नहीं तो भूल जाओगे।'' पत्नी ने कहा। ''नहीं भूलूंगा, प्रिय'' - पति ने जवाब दिया। ''ठीक है, मेरे लिये कुछ खाने को भ्आना। जैसे अालू चिप्स'' । ''ठीक है , ले आऊंगा।'' ''मुझे लगता है तुम लिख लेते तो ठीक था। कहीं भूल न जाओ।'' पत्नी ने फिर आग्रह किया। ''नहीं भूलूंगा प्रिय । मुझे तुम्हारे लिये एक कप चाय और आलू चिप्सहै । ठीक है ऌतना तो मैं याद रख ही सकता हूं। ''



लगभग आधे घण्टे बाद पति महोदय एक कटोरे में आइसक्रीम और एक प्लेट में आमलेट लेकर हाजिर हुये। पत्नी यह देखते ही आग बबूला होते हुये चिल्लाई - ''तुमसे कहा था कि लिखकर ले जाओ वरना भूल जाओगे। बताओ मेरे आलू के परांठे कहां है ?''


कारण

एक युवक नौकरी के लिये आवेदन पत्र भर रहा था। जब वह इस question पर आया ''क्या आप कभी गिरफ्तार किये गये हैं ?'' He write '' नहीं'' अगला प्रश्न (जो उन लोगों से सम्बन्धित था जिन्होंने उक्त प्रश्न का उत्तर हां में दिया है ) था - ''कारण ?'' युवक ने उसके सामने लिखा - ''कभी पकड़ा नहीं गया'' ।

 


खुशी का राज

 

एक आदमी, जो किसी दुर्घटना में अपना एक हाथ गंवा बैठा था, अपनी जिंदगी से बहुत निराश हो गया। उसने आत्महत्या करने की ठान ली ।

एक दिन, वह एक इमारत की बीसवीं मंजिल पर चढ़ गया और नीचे कूदने की तैयारी में था कि तभी उसने नीचे एक आदमी को जाते देखा जिसके दोनों हाथ कटे हुये थे। उसने देखा कि अचानक उस आदमी ने गली में नाचना शुरू कर दिया। यह दृश्य देखकर वह ठिठक गया। उसे अपने ऊपर बहुत शर्म आई। वह सोचने लगा कि जिस आदमी के दोनों हाथ कटे हुये हैं वह कितनी मस्ती में नाच रहा है और एक मैं हूं एक हाथ साबुत होते हुये भी आत्महत्या करने जा रहा हूं।

अपने आपको धिक्कारता हुआ वह नीचे उतर आया और उस बिना हाथ वाले आदमी के पास पहुंचकर बोला - ''दोस्त, अभी मैं उस बीसवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने वाला था क्योंकि मेरे एक ही हाथ बचा है! और एक तुम हो कि जिसके एक भी हाथ नहीं है इस तरह नाच रहे हो! तुम्हारी खुशी का राज क्या है ?''

दोनों हाथ कटे हुये वाला आदमी बोला - ''अरेऽऽ ! .... मैं कोई खुशी में नहीं नाच रहा हूं......! मेरी नाक में बड़ी तेज खुजली हो रही है .....!''